भारत के नक्शे में केरल

केरल भारत का एक राज्य है जिस्को "ईश्वर का अपना देश" (God's own Country) कहा जाता है। इसकी राजधानी तिरुवनंतपुरम है। केरल अपने बैकवाटर्स, पहाड़ों, कला रूपों जैसे कथकली और मोहिनीअट्टम के लिए भी प्रसिद्ध हैं।

केरल के नौ महत्वपूर्ण शहर हैं,

अलप्पुझा के बैकवाटर में तैरते हुए एक ठेठ हाउसबोट
  • 1 तिरुवनंतपुरम केरल के राजधानी और सबसे बड़ा शहर, अपने समुद्र तटों, ऐतिहासिक स्मारकों, पार्कों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है
  • 2 आलप्पुष़ा केरल बैकवॉटर्स का हृदय स्थल और 'पूर्व का वेनिस' भी कहा जाता है।
  • 3 कलपेट्टा वयनाड जिले की राजधानी, जो तीन वन्य जीवन अभयारण्यों और हिल स्टेशनों का घर है
  • 4 कण्णूर एक ऐतिहासिक शहर जो 'कलारीपयट्टु' और 'थेयम' मंदिर नृत्य के लिए प्रसिद्ध है।
  • 5 कोच्चि एक प्रमुख बंदरगाह और महानगरीय शहर, जिसे 'अरब सागर की रानी' के रूप में जाना जाता है
  • 6 कोझिकोड मालाबार क्षेत्र और दुनिया के सबसे पुराने संपन्न व्यापार केंद्रों में से एक, जहाँ वास्को दा गामा भारत में पहली बार उतरा था।
  • 7 मुन्नार एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान और 12000 हेक्टेयर में फैले चाय के खूबसूरत बागान यहाँ की खासियत है।
  • 8 सबरिमलय पेरियार टाइगर अभयारण्य में स्थित एक प्रसिद्ध हिन्दू पहाड़ी मन्दिर यहाँ है, जो हर साल लगभग २ करोड़ भक्तों को आकर्षित करता है
  • 9 थेक्कडी वन्यजीव और नौका विहार मुख्य आकर्षण हैं।

अन्य जानकारी

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दक्षिणी भारत में स्थित केरल में चौदह जिले हैं। यह भारत का सबसे साक्षर राज्य है।

द्रविड़ भाषा मलयालम यहाँ की मुख्य भाषा है। यह भाषा और लिपि के विचार से तमिल भाषा के काफी निकट है। अधिकांश पढ़े-लिखे लोग भी तमिल, हिंदी और अंग्रेजी बोलने में सक्षम हैं। हालांकि केरल को अक्सर एक उच्च साक्षर राज्य माना जाता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हर कोई अंग्रेजी में संवाद कर सकता है।

केरल के तीन अलग-अलग मौसम हैं:

  • ग्रीष्म काल : फरवरी के मध्य से शुरु होकर मई के मध्य तक रहती है और उस समय दोपहर की तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
  • पश्चिमी वर्षा काल: मध्य मई से सितंबर की शुरुआत तक होता है।
  • पूर्वी वर्षा काल: सर्दी का मौसम हल्की होती है और अक्टूबर के मध्य से फरवरी की शुरुआत तक रहती है।

घूमने का सबसे सुखद समय सितंबर से मार्च तक होता है, जब मौसम पर्यटन, ट्रैकिंग और नौका विहार के लिए आदर्श होता है।

नदियाँ

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केरल में 44 नदियाँ हैं जिनमें 41 नदियाँ पश्चिम की ओर बहती हैं और 3 नदियाँ पूरब की ओर बहती हैं।

यात्रा

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विमान द्वारा

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केरल में चार हवाई अड्डे हैं: कोच्चि (कोचीन), कोझीकोड (कालीकट), कण्णूर और तिरुवनंतपुरम (त्रिवेंद्रम)।

रेल द्वारा

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राज्य के भीतर लंबी दूरी की यात्रा के लिए ट्रेनें अच्छी हैं। अधिकांश ट्रेनें केरल के कई स्टेशनों पर रुकने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें हैं। छोटी दूरी की ट्रेनें मुख्य रूप से इंटरसिटी पैसेंजर ट्रेनें हैं, जो केवल प्रमुख शहरों जैसे कि तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, पालक्काड, आलप्पुष़ा, कोल्लम, कोट्टायम, कोझीकोड, कन्नूर और त्रिशूर को जोड़ती हैं। भारतीय रेलवे केरल के भीतर और बाहर कई ट्रेनों का परिचालन करती है। दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों से लंबी दूरी की सीधी ट्रेन सेवाएं भी उपलब्ध हैं।

ऑनलाइन टिकट बुक करने के लिए भारतीय रेलवे बुकिंग साइट पर लॉग ऑन करें या आप भारत के किसी भी दो गंतव्यों के बीच टिकट बुक करने के लिए किसी भी रेलवे स्टेशन तक चल सकते हैं।

बस द्वारा

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बस द्वारा यात्रा केरल में सबसे पसंदीदा तरीका है। इससे उन स्थानों में जाया जा सकता है, जहाँ रेल द्वारा हम नहीं जा सकते हैं। कुछ निजी बस भी होते हैं, जिससे किसी स्थान में जाने के लिए उसे किराये पर ले सकते हैं। SETC जैसी तमिलनाडु स्टेट बस भी केरल से नियमित रूप से संचालित होती है।

केरल राष्ट्रीय राजमार्गों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है: