एशिया महाद्वीप में स्थित एक देश

यमन अरब प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे पर, मध्य-पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। यह सऊदी अरब और ओमान के सीमाओं से जुड़ा हुआ है। यहाँ देखने के लिए कई ऐतिहासिक भवन और स्थान उपलब्ध हैं, परन्तु हाल ही मैं घरेलू युद्ध और कई तरह के संघर्ष के कारण इस समय यहाँ पर्यटकों के जाने का सही समय नहीं माना जाता है। तो यदि आपको यहाँ जाना है तो वर्तमान स्थिति की जानकारी अवश्य ले लें। यहाँ का मौसम काफी सूखा और गर्म होता है, लेकिन शरद ऋतु में मौसम बहुत ठंडा हो जाता है कि पानी भी जम जाये।

क्षेत्र

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यमन के क्षेत्र का रंगीन नक्शा
यमनी तटीय मैदान
एक सूखा इलाका, जो लाल सागर और अरब सागर से जुड़ा हुआ है।
यमनी पर्वत
यह एक पर्वतीय क्षेत्र है।
यमनी पहाड़ी इलाका
यह क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिम की पहाड़ियों से पूर्व की ओर जा रहा है।
रिक्त मकान
यह एक रेगिस्तान है, जिसमें केवल खानाबदोश लोग ही रहते हैं।
लाल सागर द्वीप
लाल सागर में स्थित 100 छोटे द्वीप
सोकोट्रा
यह बड़ा द्वीप, यूनेस्को के विश्व धरोहरों की सूची में शामिल है।
यमन में स्थित एक पुलिया

घूमने के लिए यमन थोड़ा बेकार और कठिनाइयों भरा है। लेकिन आपको कठिनाइयों से प्यार है तो यह आपके लिए कभी न भूल पाने वाला अनुभव होगा। यहाँ के लोग काफी मित्रतापूर्ण व्यवहार करते हैं और सभी का स्वागत करते हैं। सऊदी अरब के आस पास और संयुक्त अरब अमीरात के समान प्रायद्वीप होने के बावजूद भी यमन इन सभी से अलग है।

इतिहास

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दक्षिण पूर्वी अरब में इसके सबसे प्राचीन सभ्यता के केन्द्रों से जुड़ी संस्कृतियाँ बहुत लंबे समय तक यमन में मौजूद थी। यह -12वीं शताब्दी से -6वीं शताब्दी के बीच मिनेयान, सबैयन, हधरामौत, कताबान, औसन और हिमायराइट राज्यों का हिस्सा था और बाद में इथियोपियाई और फारसी का शासन रहा। सातवीं शताब्दी के बाद इस्लामी खलीफा का इस क्षेत्र में नियंत्रण शुरू हुआ। उसके जाने के बाद दक्षिण अफ्रीकी राजवंशों ने उस पर नियंत्रण कर लिया। इसके बाद फारसी इमाम ने यमन पर 160 वर्षों तक राज किया। इसी मध्य उन्होंने यहाँ राजनीतिक संरचना स्थापित की।

11वीं शताब्दी के दौरान मिस्र के सुन्नी खलीफा द्वारा यमन के अधिकाश भागों पर कब्जा कर लिया गया था। 16वीं शताब्दी के बाद फिर 19वीं शताब्दी में यमन ओटोमन साम्राज्य का हिस्सा था और कुछ ऐसे समय भी था, जिसमें यमन पूरी तरह इमामों के नियंत्रण में था। 1918 में यमन ओटोमन के कब्जे से आजाद हो गया और तभी से यमन के आधुनिक इतिहास की शुरुआत होती है।

आजादी प्राप्त होने के पश्चात 1918 से लेकर 1962 के मध्य यमन पर हामिद्दीन परिवार का शासन था। 1962 में उत्तर यमन एक गणराज्य बन गया। लेकिन ये 1967 तक एक पूरा गणराज्य नहीं था, क्योंकि अंग्रेजों ने दक्षिण अरब के एडन में 19वीं शताब्दी में एक सुरक्षात्मक क्षेत्र के रूप में अपना बदरगाह स्थापित किया था। उनके जाने के बाद वो हिस्सा दक्षिण यमन बन गया। दक्षिणी सरकार ने 1970 में नाममात्र के लिए साम्यवादी सरकारी प्रणाली को अपनाया, और 22 मई 1990 में दोनों देशों को औपचारिक रूप से यमन गणराज्य के रूप में एकजुट किया गया।

दुर्भाग्य से लगातार कई ऐसी चीजें होने लगी, जिसके कारण ये जगह अब यात्रियों के लिए ठीक नहीं रह गया। वर्ष 2000 में जब अमेरिकी नौसेना का एक पोत ईंधन भरने के लिए एडन में रुका था, तभी अल कायदा ने उस पर हमला कर दिया था। जब से अलकायदा अरब प्रायद्वीप में था, तब से वो देश में ताकतवर होता जा रहा था। अमेरिका ने उसके इस हमले का जवाब लगातार अपने मिसाइलों से युक्त ड्रोन के हमलों से दिया। लंबे समय से तानाशाह रहे, अली अब्दुल्ला सलह की सरकार अचानक 2012 में "अरब स्प्रिंग" से जुड़े नाटकीय विरोध के कारण गिर गई। उनके बाद उनके स्थान पर आए पूर्व उपराष्ट्रपति अब्द रब्बू मंसौर हदी शायद ही प्रदर्शनकारियों की मांगों के अनुरुप सुधार कर पाते, उन्हें भी "शी हौथिस" की मिलिटिया ने अपने पद से बाहर कर दिया। फरवरी 2015 में इसी सरकार ने इसे पूरी तरह संभाला। सुन्नी अरब सरकारें, विशेष रुप से सऊदी अरब की सरकारें सलह और हदी के काफी करीब थे, और इस कारण अरब देश में शी के शासन का विरोध करते थे। इस कारण वे "अल-इस्लाह" का शी हौथिस के खिलाफ गृह युद्ध में समर्थन कर रहे थे, और एक विनाशकारी बमबारी अभियान का नेतृत्व भी कर रहे थे। इस बमबारी ने देश के कई सारे बुनियादी चीजों को नष्ट कर दिया।

14 दिसम्ब एर 2014 को अमेरिका के राज्य विभाग द्वारा चेतावनी जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि "सैन्य हमलों के कारण बुनियादी सुविधाएँ, जैसे बिजली की उपलब्धता, स्वच्छ जल और चिकित्सकीय देखभाल आदि कम हो गया है। इस कारण आंतरिक सड़कों पर यात्रा करना खतरनाक हो गया है। इस तरह की अस्थिरता अक्सर मानवतावादी संगठनों द्वारा आवश्यक साधनों जैसे खाद्य पदार्थ, चिकित्सा से जुड़े सामान और वितरित करने की क्षमता आदि पर रोक लगा देते हैं।"

रब अल खली में पानी का स्रोत

यमन को आप भौगोलिक रूप से चार मुख्य क्षेत्रों में विभाजित कर सकते हो। इसके पश्चिम में तटीय मैदान हैं, पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों में पहाड़ी इलाका है और पूर्व में "रुब अल खाली" है। "रुब अल खाली" का अर्थ खाली रेगिस्तान से है। यह लगभग एक हजार मीटर नीचे रहता है और यहाँ पानी न के बराबर गिरता है।

तिहमा पूरे लाल सागर तट पर बहुत शुष्क और सपाट तटीय मैदान है। इस शब्द का अर्थ गर्म भूमि या गर्म पृथ्वी से है। शुष्क इलाका होने के बावजूद भी इस इलाके में काफी दलदल है, जिस कारण यह मलेरिया वाले मच्छरों के लिए एक बहुत ही उपयुक्त प्रजनन का मैदान है। यहाँ पानी इतनी तेजी से भाप बन जाता है कि समुद्र का पानी मैदान में आने के बाद वापस जाने से पूर्व ही वाष्पीकृत हो जाता है। फिर भी यह भूमिगत जल के स्तर को बढ़ाने में सहायता करता है और आज कल इसे खेती करने के लिए भी उपयोगी बनाया जा रहा है। मदार गाँव से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी डायनासोर के पैरों के निशान पाये गए थे। यह दर्शाता है कि यह स्थान पहले कभी एक बड़ा दलदल वाला क्षेत्र रहा होगा।

उत्तर यमन की सीढ़ीदार पहाड़ें

तिहमा का क्षेत्र पश्चिमी ढलाओं के बाद अचानक समाप्त हो जाता है। इस क्षेत्र को भोजन की मांगों को पूरा करने के लिए सीढ़ीदार बनाया गया है। अब यह अरब में सबसे अधिक वर्षा प्राप्त करने वाला क्षेत्र है। यह अचानक से 100 मिलीमीटर प्रति वर्ष से 760 मिलीमीटर प्रति वर्ष तक बढ़ गया है।

दिन में तापमान बहुत अधिक रहता है, लेकिन रात को बहुत कम हो जाता है। समुद्र की लहरें साल के बारह महीने तेज ही रहते हैं, लेकिन उच्च वाष्पीकरण के कारण कभी समुद्र तक नहीं जा पाते। मध्य के पहाड़ी क्षेत्रों की ऊँचाई पठारों में 2000 मीटर से भी ऊंची है। यह पश्चिमी पहाड़ी इलाकों की अपेक्षाकृत अधिक सूखे होते हैं। लेकिन बारिश के दिनों में फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में बारिश मिल ही जाती है। जल संग्रहण करने से सिंचाई के साथ साथ गेहूँ और जौ की खेती भी आसान हो जाती है। यमन के पहाड़ी क्षेत्रों में सबसे ऊँचा जगह 3,666 मीटर (12,028 फीट) है।

यमन की आधिकारिक भाषा अरबी है। किसी गैर-अरबी भाषी से यहाँ के स्थानीय लोग किसी अन्य भाषा में बात करने की कम से कम कोशिश तो करेंगे ही लेकिन निश्चित रूप से आपको कुछ स्थानों में अरबी की जरूरत तो पड़ेगी ही। यदि आप राजधानी के बाहर घूमने गए हैं तो वहाँ आपको दो अलग अलग भाषाओं में संकेत शायद ही मिले। आम तौर पर राजधानी के बाहर ऐसे संकेत नहीं होते हैं, अतः आपको यहाँ यात्रा करने के लिए अरबी लिपि जानना बहुत जरूरी है। ऐसा कहा जाता है कि यमनी लोग बातचीत के मामले में बहुत घुले हुए होते हैं।

देश के कुछ हिस्सों में ऐतिहासिक दुर्गमता के कारण कई लहजे हो गए हैं। किसी गाँव वाले का कहना कि उसका अरबी भाषा बोलने के कड़ी मेहनत किया है, कोई असाधारण बात नहीं है। भीतरी इलाकों में रहने वाले बच्चे आपके द्वारा उनकी भाषा बोलने की कोशिश करने को बड़े ही आनन्द से से सुनते हैं। उन्हें आपके द्वारा बोलने में गलती भी काफी अच्छी लगती है।

साना में कई सारे संस्था मौजूद हैं जो केवल अरबी में ही निर्देश देते हैं। यमन में अरबी सीखने से एक लाभ तो ये है कि यमन में अधिकांश बोलियों को आप आसानी से समझ सकेंगे और वे आपकी भाषा भी समझ लेंगे।

यात्रा

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वीजा के लिए नियम नियमित रूप से बदलते रहते हैं। जाने से पूर्व दूतावास से संपर्क कर लें कि सभी आवश्यक दस्तावेज आपके पास है या नहीं। आप साना के किसी लाइसेंस वाले संचालक से भी इस बारे में पूछ लेंगे तो और अच्छा होगा। वैसे जनवरी 2010 में आगमन पर वीजा मिलने वाली सुविधा को समाप्त कर दिया गया था। अधिकांश देशों के नागरिकों के लिए अग्रिम वीजा अनिवार्य हो गया है। वीजा जारी होने के 30 दिनों तक ही वह वैध रहता है। यूरोपीय संघ के लिए यह 3 महीने है, लेकिन कभी कभी यह अधिकारिकों के मन पर भी निर्भर करता है। इसके अलावा वीजा प्राप्त करने का दूसरा तरीका लाइसेंस प्राप्त यात्रा संचालक के पास ही है। वे अपने ग्राहकों के लिए विदेश मंत्रालय से पहले ही वीजा के लिए जरूरी दस्तावेज तैयार कर लेते हैं जो उसके 30 दिन तक वैध रहता है और आपके साना के हवाईअड्डे पर वास्तविक वीजा मिल जाएगा। 21 जनवरी 2010 को यमनी प्राधिकरण ने आगमन पर वीजा मिलने वाली सुविधा को समाप्त कर दिया था, जिसका कारण आतंकवाद को रोकना और उसके खतरे को कम करना है।

विमान द्वारा

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अमीरात एयरलाइंस दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) से साना तक हर दिन उड़ता है। इसे आने या जाने में लगभग दो घंटे से थोड़ा अधिक लगता है। संयुक्त अरब अमीरात से यमन का समय एक घंटा पीछे है। एयर अरेबिया इससे थोड़ा सस्ता है और दुबई के करीब स्थित शारजा से हर मंगलवार और शनिवार के दिन साना के लिए उड़ान भरता है। यमन का सरकारी मालवाहक विमान कई यूरोपीय देशों के राजधानी से साना तक हर दिन उड़ान भरते रहता है।

यहाँ रेल से पहुँचने की कोई सुविधा नहीं है। यदि आप आ भी गए तो भी यमन में आपको कोई रेल उपलब्ध नहीं होगी। यदि आप नाव से यात्रा करना चाहते हैं तो दिज्बौती से आप नाव द्वारा आ सकते हैं। यह सस्ता तो है, लेकिन आराम से आने के लिए यह अच्छा विकल्प नहीं होगा।

घूमने के लिए यमन कोई अच्छा जगह नहीं है। दूसरे देशों के लोगों को यहाँ घूमने के लिए यात्रा की अनुमति लेनी होती है और कई भागों में तो आप अकेले घूम भी नहीं सकते। पूर्वी महरा क्षेत्र में आपको सड़क भी नसीब नहीं होगा। पर आपको यमन के बाकी क्षेत्रों में सैकड़ों किलोमीटर तक नई पक्की सड़क देखने को मिलेगी। यदि आप अकेले यात्रा कर रहे हैं तो बस, टैक्सी आदि आपके यात्रा करने के लिए बहुत अच्छे और सस्ते रहेंगे। अधिक महंगे लेकिन आरामदायक यात्रा करने के लिए आप दौरा कराने वाले कंपनी से बात कर सकते हो। इसके लिए थोड़ा अधिक पैसा लगेगा लेकिन आपका सफर काफी आरामदायक रहेगा। इस बात का ध्यान रखें कि यहाँ कई अपंजीकृत दौरा संचालक भी रहते हैं जो आपको काफी बेकार सेवा देंगे। कई बार तो आपने जो सेवा पैसे देकर ली भी होगी, उसे भी ऐसे लोग नहीं देंगे। यदि आपने गलती से अपंजीकृत यात्रा संचालक से सेवा ली है तो पर्यटन मंत्रालय भी कुछ नहीं कर पाएगा।

राजधानी के बाहर यात्रा करने वाले ज्यादातर लोगों को कार में सफर करना पसंद होता है। कुछ लोग तो ड्राइवर भी रख लेते हैं। यात्रा करने वाले अन्य लोग वहाँ के स्थानीय बस से ही सफर करना पसंद करते हैं, क्योंकि यह काफी सस्ता होता है और आरामदायक होने के साथ साथ ही आप इससे देश को भी बहुत अच्छी तरह से देख सकते हैं। बस लगभग हर एक घंटे में बीच बीच में रुकते रहते हैं, यदि आप इस धीमी गति से परेशान नहीं हो रहे हैं तो यात्रा करने का यह सबसे मनोरंजन तरीका है।

खरीदें

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मुद्रा

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यमनी रियाल का परिवर्तन मूल्य

  • US$1 ≈ YER250
  • €1 ≈ YER270
  • UK£1 ≈ YER315

परिवर्तन मूल्य जनवरी 2017 के अनुसार है।

यमन की राष्ट्रीय मुद्रा यमनी रियाल है, जिसे YER या के रूप में दिखाया जाता है। चलने में और बैंक द्वारा दिये जाने वाले नोट में YER50, YER100, YER200, YER250, YER500 और YER1000 के ही नोट रहते हैं। शायद ही आपको कभी YER10 और YER20 के सिक्के मिले।

लगभग सभी जगह आपको यहाँ जाम्बिया बेचेते स्थानीय लोग दिखेंगे और आपको उनसे जाम्बिया खरीदने और पहनने का मौका मिल सकता है। इसमें जाम्बिया के साथ साथ म्यान भी हो सकता है। इसके साथ ही वे लोग हाथों से बने बेल्ट और चाँदी की पाउच भी बेचते हैं। जाम्बिया खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसे कुछ प्रयोजनों में हथियार के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यह किसी पशु के सिंग या हाथी के दांतों से बना होता है। आज कल यह संदेश का विषय है कि आप जो चीज ले रहे हैं, वो सच में उन जानवरों के सिंग या दाँत से बना है या किसी लकड़ी या अन्य किसी चीज से मिला कर बनाया गया है। अतः लड़की या ऐसे किसी चीज से बना हुआ चीज लेना ही सही विकल्प है।

साल्ता

अरब प्रायद्वीपों से यमन के व्यंजन स्पष्ट रूप से काफी अलग है और यह इस देश में यात्रा करने का एक विशेष आकर्षण है और विशेष रूप से यदि कोई स्थानीय निवासी आपको कुछ खाने को दे। सामान्यतः आने वाले लोगों को यहाँ खाने के लिए आमंत्रित किया जाता है, बस आपको थोड़ी प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है।

यमन आधिकारिक तौर पर एक शुष्क अर्थात सूखा देश है, लेकिन कोई बाहरी व्यक्ति यहाँ दो बोतल मादक पेय ला सकता है। आप केवल निजी क्षेत्रों में ही इसे पी सकते हैं और किसी के कारण पी रहे हों तो यह आपकी बुद्धिमत्ता नहीं होगी।

शीतल और अन्य प्रकार के पेय आपको आसानी से प्राप्त होंगे, पर इसका ध्यान रखें कि गंदे दिखने वाले दुकानों से किसी भी प्रकार का पीने का कोई सामान न खरीदें, क्योंकि हो सकता है कि वे लोग नल के पानी का उपयोग करते हों। कई यमनी लोग अपने भोजन के साथ चाय (शे) और कॉफी (कहवा या बुन) पीते हैं। तुर्क के कॉफी के मुकाबले यहाँ का कॉफी काफी हल्का होता है। हमेशा नल के पानी से दूरी बनाये रखें, क्योंकि इससे आप बीमार भी हो सकते हैं। इससे बचने के लिए आप बोतल वाले पानी का उपयोग कर सकते हैं। कमरे के तापमान में पानी के बोतल सभी जगह उपलब्ध रहते हैं।

मुख्य शहरों और राजधानी के बाहर आपको सोने के लिए कमरे में नीचे जमीन पर ही बिस्तर मिलेंगे। नहाने के लिए भी एक ही जगह मिलेगा, जिसमें कई अन्य लोग उसका उपयोग करेंगे। अधिकांश बड़े गाँवों में इस प्रकार के आवास होते हैं। कई जगह आपको गाँव के नाम का पर्यटन होटल भी दिख सकता है। जैसे "[गाँव का नाम] पर्यटन होटल" इस तरह के नाम वाले होटल में हमेशा बिजली नहीं रहती है और इस कारण आपको हमेशा गर्म पानी नहीं मिल सकेगा।

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