एशिया दुनिया का सबसे बड़ा और आबाद महाद्वीप है, जहाँ 440 करोड़ लोग रहते हैं, जो कि दुनिया की आधी से ज़्यादा आबादी है।
एशिया इतना बड़ा है कि यहाँ पर देखने की चीज़ों के लिए एक "सारांश" नहीं बनाया जा सकता है। आपको तय करना होगा कि आप मध्य पूर्व के सुनसान और गगनचुंबी इमारतें देखना चाहते हैं, दक्षिण एशिया के प्राचीन स्मारक और ऊँची पर्वतें देखना चाहते हैं, दक्षिणपूर्व एशिया के समुद्र तटों पर चलना चाहते हैं या फिर पूर्व एशिया के मशहूर शहरों में समय बिताना चाहते हैं।
एशिया में दुनिया भर से लोग आते हैं। दुनिया के सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले शहरों में से कई एशिया में हैं, जैसे बैंकॉक, बीजिंग, दुबई, हाँग काँग, यरूशलेम, मुंबई, सियोल, सिंगापुर और टोक्यो।
यहाँ पर हर तरह के यात्री के लिए कोई-न-कोई देखने लायक जगह है। आधुनिक और अमीर जगहें हैं जापान और पूर्व एशिया के शेर यानी सिंगापुर, हाँग काँग, ताइवान और दक्षिण कोरिया, जहाँ लोगों के जीवन की गुणवत्ता काफ़ी अच्छी है। एशिया में काफ़ी गरीब देश भी हैं जैसे कंबोडिया, अफ़ग़ानिस्तान, लाओस और पूर्वी तिमोर। कुछ देश, कम पैसों में यात्रा करने वाले पर्यटकों को बहुत पसंद आएँगे जैसे थाईलैंड और इंडोनेशिया।
कुछ देतुर्कमेनिस्तानश ऐसे हैं जो पर्यटन को काफ़ी हद तक सीमित रखते हैं और हो सके तो सिर्फ कुछ ही प्रकार के पर्यटनों की अनुमति प्रदान करते हैं, जैसे भूटान और मालदीव। उत्तर कोरिया और , जो दुनिया के सबसे दमनकारी देशों में से हैं, इसे एक कदम आगे ले जाते हैं। वहाँ पर पर्यटन समूहों पर हमेशा नज़र रखा जाता है और अपने "महान नेताओं" के बारे में बताया जाता है।
बेशक, कुछ देश हैं जो इनके बीच कहीं ना कहीं मिलेंगे, और इन्हीं जगहों पर शायद लोग चीन और भारत को पाएँगे; इन देशों के लंबे इतिहास, इनकी परंपराओं और विविधता में भी कई राज़ छुपे हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
क्षेत्र
सम्पादनकौकेशस (आज़रबाइजान, आर्मीनिया, जॉर्जिया, रूस) एशिया का अधिकाश भाग रूस का है - यह एक बहुत ही बड़ा देश है, जिसमें बहुत सारा खाली स्थान मौजूद है। कौकेशस काफ़ी घनी और गर्म जगह है, लेकिन इसके कुछ भागों को अस्थिर माना जाता है। भौगोलिक रूप से इसके कुछ भागों को एशिया और यूरोप दोनों में लिया जाता है और कभी-कभी इसे यूरेशिया के नाम से भी पहचाना जाता है। |
मध्य एशिया (अफ़ग़ानिस्तान, कज़ाखस्तान, किर्गिज़स्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उज़्बेकिस्तान) इनमें दुनिया के ऐसे क्षेत्र आते हैं, जो आपस में काफ़ी करीब हैं। ये देश कई सारे शानदार दृश्यों से भरे पड़े हैं और इन्हें एक सच्चे साहस से भरपूर सफर के लिए भी जाना जाता है। |
पूर्व एशिया (चीन, हाँग काँग, जापान, मकाओ, मंगोलिया, उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, ताइवान) पुराने और नए में ऐसी तुलना कहीं देखने को नहीं मिलती। चीन के बड़े-बड़े शहरों से लेकर मंगोलिया के ख़ाली रेगिस्तानों तक, यहाँ की विषमता लाजवाब है। |
मध्य पूर्व (बहरीन, ईरान, इराक, इज़राइल, जॉर्डन, कुवैत, लेबनॉन, ओमान, क़तर, सऊदी अरब, सीरिया, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, यमन) यह विश्व के इतिहास में सबसे पहली सभ्यता का जन्म स्थान है। ये क्षेत्र दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ने वाले क्षेत्रों में से एक है, जिसमें बहुत तेज़ी से विकास हो रहा है और कई सारे विरासत मौजूद हैं। |
एशियाई रूस (उराल, साइबेरिया, पूर्वी रूस) उत्तर एशिया पूरी तरह से रूस का है। जबकि इस पूरे क्षेत्र को आम तौर पर साइबेरिया के नाम से जाना जाता है, यह एशियाई रूस के अंदरी हिस्से के एक संघीय क्षेत्र का नाम भी है। यह एक विशाल और काफ़ी कम आबादी वाला क्षेत्र है जो आर्कटिक से मध्य एशिया के रेगिस्तानों तक फैला है। |
दक्षिण एशिया (बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका) उत्तर में दुनिया की छत, हिमालय, केंद्र में उष्णदेशीय तापमान, और दक्षिण में समुद्र और पहाड़ियों की घाटियाँ। साथ में मिलती हैं कुछ अस्तव्यस्त शहरें। |
दक्षिणपूर्व एशिया (ब्रुनेई, कंबोडिया, पूर्वी तिमोर, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार (बर्मा), फ़िलीपीन्स, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम) यह गर्म और उमस वाला इलाका है। आप शहर के भीड़-भाड़ और तनाव से दूर इस क्षेत्र में स्थित बौद्ध मठों और उष्णकटिबंधीय समुद्री तटों में आराम कर सकते हैं। |
नगर
सम्पादन- बैंकॉक—थाईलैंड की राजधानी जिसमें पूरे दिन और रात हलचल होती है।
- बीजिंग—चीन जनवादी गणराज्य की राजधानी जिसमें तियानमेन स्क्वायर, फ़ॉरबिडन सिटी, और कई सांस्कृतिक स्थल हैं।
- दुबई—संयुक्त अरब अमीरात का सबसे आधुनिक अमीरात, जो काफ़ी तेज़ी से विकसित हो रहा है।
- हाँग काँग—विश्व-मान का एक महानगर जिसमें चीनी और ब्रिटिश विरासत का एक मिश्रण देखने को मिलता है।
- यरूशलेम—इसमें ओल्ड सिटी का यूनोस्को विश्व धरोहर स्थल है। यह शहर यहूदियों, ईसाइयों और मुसलमानों के लिए पवित्र है।
- मुंबई—भारत की वित्तीय राजधानी, और इसका सबसे चहल-पहल वाला महानगरीय शहर, जिसे इसके मनोरंजन उद्योग की वजह से जाना जाता है।
- सोल—कई सुंदर महल, स्वादिष्ट खाना और व्यस्त केंद्र। एशिया के पुराने और नए संस्करण की तुलना सोल में की जा सकती है।
- सिंगापुर—चीनी, भारती, मलय और ब्रिटिश प्रभावों वाला एक आधुनिक, अमीर नगर-राष्ट्र।
- टोक्यो—दुनिया के सबसे बड़े शहर में आधुनिक उपकरणों के साथ एक विशाल महानगर है, और साथ में पुराने जापान के झलक भी।
समझें
सम्पादनभूगोल
सम्पादनएशिया दुनिया का सबसे बड़ा महाद्वीप है और यहाँ के भूगोल में काफ़ी विविधता देखने को मिलती है। साइबेरिया के बर्फीले मैदानों से इंडोनेशिया के घने जंगलों और अरब के रेगिस्तानों तक, एशिया में हर तरह के मौसम और इलाके मौजूद हैं।
एशिया (और दुनिया) का सबसे ऊँचा स्थान है एवरेस्ट पर्वत, जो हिमालय पर्वतमाला में तिब्बत और नेपाल की सीमा पर स्थित है और 8,848 m (29,029 ft) ऊँचा है। इसका सबसे नीचा स्थान है मृत सागर जो समुद्र तल से 400 m (1,300 ft) नीचे है। एशिया की सबसे लंबी नदी है यांग्त्सी जो तिब्बत से लेकर शंघाई तक बहती है। इसका सबसे बड़ा झील है कैस्पियन सागर, जो मध्य एशियाई देशों से घिरा है।
एशिया के पूर्व की तरफ़ है प्रशांत महासागर, दक्षिण-पूर्व की तरफ़ है ऑस्ट्रेलिया, और दक्षिण की तरफ़ हिंद महासागर। इसके दक्षिण-पश्चिम की ओर है लाल सागर, पश्चिम की तरफ़ यूरोप और उराल पर्वतमाला, और उत्तर की ओर है आर्कटिक महासागर।
प्रवेश
सम्पादनविमान द्वारा
सम्पादनएशिया में विमान द्वारा यात्रा करना काफी सरल और अच्छा है। यहाँ कई उच्च गुणवत्ता युक्त हवाई अड्डे मौजूद हैं, जिसमें आप आसानी से अपने घूमने के स्थान तक जा सकते हैं। इसमें कुछ हवाई अड्डे बहुत महत्वपूर्ण हैं, जिससे होते हुए ही आप किसी दूर स्थान तक जा सकते हैं। इनमें दुबई, सिंगापुर, टोक्यो, दिल्ली, होंग कोंग, जकार्ता आदि है। शंघाई, नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई कुछ मुख्य हवाई अड्डे हैं, जिससे आप चीन और भारतीय उपमहाद्वीप में घूम सकते हो।
रेल द्वारा
सम्पादनभारत, चीन, दक्षिण कोरिया, ताइवान और जापान में अत्यधिक विकसित रेल नेटवर्क है, पर साथ ही साथ दक्षिण पूर्व एशिया में ये सेवाएँ कम विकसित हैं। ये सभी देश तेज रेल योजनाओं में बहुत पैसा लगा रहे हैं, जिसमें चीन सबसे ज्यादा पैसा तेज और लंबी दूरी वाले रेलों की योजनाओं में लगा रहा है। ये केवल आराम से यात्रा करने के लिए ही नहीं बल्कि गति और कीमत के मामले में भी बहुत अच्छा है। भारत और रूस के बड़े हिस्सों में धीमी रेल वाली सेवा उपलब्ध है, जो स्थानीय लोगों के साथ संपर्क बनाने का भी एक अच्छा तरीका है। चीन और जापान अपने अपने उच्च गति के रेल नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं। चीन अपना ये विस्तार दक्षिण पूर्व एशिया में भी करने की योजना बना रहा है, जो संभवतः उनमें उत्तर और दक्षिण कोरिया भी शामिल है। दक्षिण कोरिया भी अपने रेल मार्ग को अगले कुछ दशकों में उच्च गति का बनाने की योजना बना रहा है, लेकिन राजनीतिक स्थिति के कारण इस समय अंतरराष्ट्रीय रिश्ता बनाया नहीं जा सकता है।
नाव द्वारा
सम्पादनएशिया का बन्दरगाह क्रूज वाला स्थान है, जिसमें कई सारे कंपनियों के क्रूज चलते हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया से रॉयल कैरिबियन और प्रिंसेस आते हैं, वहीं उत्तर अमेरिका से प्रशांत सागर को पार करते हुए हॉललैंड अमेरिका नाम का क्रूज आता है। अफ्रीका के नदी से होते हुए आने पर आपको समुद्री डकेतों को मजाक में नहीं लेना चाहिए। ये मलाक्का के जल वाले इलाके में काफी कम हो गए हैं, लेकिन फिर भी इस तरह की घटना देखने को मिलती रहती है।
खाना-पीना
सम्पादनएशिया में विभिन्न प्रकार के खाने उपलब्ध हैं, जो एक दूसरे से काफी अलग है। जैसे तुर्की के क़बाब से अरबी पीटा हो या भारतीय करी से चीनी नूडल, सभी एक दूसरे से भिन्न हैं। इसके अलावा आप चावल भी कई अलग अलग प्रकार के खा सकते हैं। यहाँ आम तौर पर लोग चाय पीते हैं। यहाँ ताजे फल का रस और नारियल पानी पी सकते हैं। कुछ स्थानों में साफ पीने का पानी आसानी से उपलब्ध नहीं होता है। लेकिन बंद बोतल में आपको आसानी से पीने का पानी मिल सकता है। भारत और पाकिस्तान में आप लस्सी भी पी सकते हैं।
शराब यहाँ व्यापक रूप से मिलता है। लेकिन यहाँ कई मध्य पूर्वी देशों और भारत के कुछ भागों में गैर-कानूनी है। जापान, कोरिया और चीन में शराब मुख्य रूप से चावल से बनाई जाती है।
सोना
सम्पादनसोने हेतु उपलब्ध सुविधा, आपके स्थान के ऊपर निर्भर करती है। कुछ ऐसे स्थान भी हैं, जहाँ आप तंबू गाड़ कर सो सकते हैं और कई जगह पाँच सितारे होटल भी उपलब्ध है। जगह के अनुरूप कीमत भी बदलती रहती है।
सुरक्षित रहें
सम्पादनइसके बहुत बड़े होने के कारण अलग अलग जगहों में अलग अलग सुरक्षा स्तर होता है। यह सामान्य रूप से एक सुरक्षित जगह है और कई विदेशी यात्रियों के आकर्षण का केन्द्र भी है। लेकिन कुछ स्थान ऐसे भी हैं, जहाँ कानून नाम की कोई चीज नहीं बची। इसके कुछ उदाहरण में अफगानिस्तान, सीरिया और इराक का बहुत विशाल भाग शामिल है। अफगानिस्तान की सरकार केवल देश के भागों को ही नियंत्रित करती है और इराक में अभी युद्ध चल रहे हैं। इन देशों में जाने लायक कोई जगह नहीं है और यात्रियों से निवेदन भी किया जाता है कि वे इस तरह के जगहों से दूर ही रहें।
प्राकृतिक आपदा
सम्पादनकई तरह की प्राकृतिक आपदाओं का खतरा एशिया में रहता है। दक्षिण एशिया में स्थित देशों में बारिश के कारण बाढ़ का खतरा रहता है। इसके अलावा उत्तर में स्थित देशों में भूकंप और चक्रवात का बहुत खतरा होता है। चीन के कुछ भागों में साँस लेने में भी बहुत परेशानी होती है, क्योंकि चीन में बहुत सारे कारखाने होने के कारण प्रादूषण के चलते शुद्ध हवा की बहुत कमी हो गई है।